durgachalisainhindi.online Open in urlscan Pro
2a02:4780:11:1082:0:3292:22f6:6  Public Scan

URL: https://durgachalisainhindi.online/
Submission: On September 03 via api from US — Scanned from DE

Form analysis 4 forms found in the DOM

GET https://durgachalisainhindi.online/

<form aria-label="Search this website" role="search" method="get" class="searchform" action="https://durgachalisainhindi.online/">
  <input aria-label="Insert search query" type="search" id="ocean-search-form-1" class="field" autocomplete="off" placeholder="Search" name="s">
</form>

GET https://durgachalisainhindi.online/

<form aria-label="Search this website" method="get" action="https://durgachalisainhindi.online/" class="mobile-searchform">
  <input aria-label="Insert search query" value="" class="field" id="ocean-mobile-search-2" type="search" name="s" autocomplete="off" placeholder="Search">
  <button aria-label="Submit search" type="submit" class="searchform-submit">
    <i class=" icon-magnifier" aria-hidden="true" role="img"></i> </button>
</form>

POST https://durgachalisainhindi.online/wp-comments-post.php

<form action="https://durgachalisainhindi.online/wp-comments-post.php" method="post" id="commentform" class="comment-form" novalidate="">
  <div class="comment-textarea"><label for="comment" class="screen-reader-text">Comment</label><textarea name="comment" id="comment" cols="39" rows="4" tabindex="0" class="textarea-comment" placeholder="Your comment here..."></textarea></div>
  <div class="comment-form-author"><label for="author" class="screen-reader-text">Enter your name or username to comment</label><input type="text" name="author" id="author" value="" placeholder="Name (required)" size="22" tabindex="0"
      aria-required="true" class="input-name"></div>
  <div class="comment-form-email"><label for="email" class="screen-reader-text">Enter your email address to comment</label><input type="text" name="email" id="email" value="" placeholder="Email (required)" size="22" tabindex="0" aria-required="true"
      class="input-email"></div>
  <div class="comment-form-url"><label for="url" class="screen-reader-text">Enter your website URL (optional)</label><input type="text" name="url" id="url" value="" placeholder="Website" size="22" tabindex="0" class="input-website"></div>
  <p class="comment-form-cookies-consent"><input id="wp-comment-cookies-consent" name="wp-comment-cookies-consent" type="checkbox" value="yes"> <label for="wp-comment-cookies-consent">Save my name, email, and website in this browser for the next time
      I comment.</label></p>
  <p class="form-submit"><input name="submit" type="submit" id="comment-submit" class="submit" value="Post Comment"> <input type="hidden" name="comment_post_ID" value="6" id="comment_post_ID">
    <input type="hidden" name="comment_parent" id="comment_parent" value="0">
  </p>
</form>

GET https://durgachalisainhindi.online/

<form role="search" method="get" action="https://durgachalisainhindi.online/" class="wp-block-search__button-outside wp-block-search__text-button wp-block-search"><label for="wp-block-search__input-3" class="wp-block-search__label">Search</label>
  <div class="wp-block-search__inside-wrapper "><input type="search" id="wp-block-search__input-3" class="wp-block-search__input" name="s" value="" placeholder="" required=""><button type="submit"
      class="wp-block-search__button wp-element-button">Search</button></div>
</form>

Text Content

Skip to content
 * Durga Chalisa in Hindi
 * Arti
 * Chalisa Sangrah
 * Kavach
 * Mantra
 * Puja
 * Stotra
 * Toggle website search


Menu Close
 * Durga Chalisa in Hindi
 * Arti
 * Chalisa Sangrah
 * Kavach
 * Mantra
 * Puja
 * Stotra
 * Toggle website search




DURGA CHALISA IN HINDI

Durga Chalisa in Hindi PDF ब्लॉग में हम आपको देवी दुर्गा के बारे में बताएंगे ।
भारतीय संस्कृति में देवी दुर्गा को एक प्रमुख देवी माना जाता है। उन्हें शक्ति और
सर्वशक्तिमान के रूप में पूजा जाता है और उनके भक्तों के द्वारा दुर्गा चालीसा का
पाठ किया जाता है। यह चालीसा देवी दुर्गा के गुणों, महिमा और कृपा को प्रकट करती
है। इस लेख में, हम “दुर्गा चालीसा के बोल” पर विचार करेंगे।


TABLE OF CONTENTS

 * दुर्गा जी का परिचय:
 * Durga Chalisa in Hindi Lyrics
 * Durga Chalisa in Hindi की महत्ता
 * Durga Chalisa in Hindi के विभिन्न श्लोक
 * दुर्गा चालीसा हिंदी में: एक दिव्यता की अनुभूति
 * दुर्गा चालीसा के रचयिता:
 * Durga Chalisa in Hindi के उपास्य देवी-देवता:
 * Durga Chalisa in Hindi के मंत्र संग्रह:
   * Durga Chalisa in Hindi महत्व
 * दुर्गा चालीसा के रहस्य और पूजन विधि:
   * 1. दुर्गा चालीसा का महत्व:
   * 2. Durga Chalisa in Hindi के रहस्य:
   * 3. Durga Chalisa in Hindi के उपयोग और फायदे:
   * 4. दुर्गा चालीसा के पाठ की विधि:
   * 5. दुर्गा चालीसा के बारे में रोचक तथ्य:
   * 6. दुर्गा चालीसा के विभिन्न संस्करण:
   * 7. दुर्गा चालीसा और मां दुर्गा के अन्य पूजा विधि:
   * 8. दुर्गा चालीसा के शुभ फल:
   * 9. दुर्गा चालीसा के अनुष्ठान का महत्व:
   * 10. दुर्गा चालीसा का महत्त्वपूर्ण संदेश:
 * धार्मिक मान्यताओं के अनुसार:
 * दुर्गा जी के अवतार:
 * दुर्गा जी के पाँच प्रमुख रूप:
 * मां दुर्गा के नौ रूपों का वर्णन:
 * Download Durga Chalisa in Hindi MP3/PDF
   * दुर्गा चालीसा कैसे पढ़ा जाता है?
   * दुर्गा चालीसा कौन लिखता है?
   * दुर्गा चालीसा का पाठ करने से क्या होता है?
   * मां दुर्गा का सबसे शक्तिशाली मंत्र कौन सा है?


दुर्गा जी का परिचय:

मां दुर्गा हिंदू धर्म की शक्ति के रूप में पूजी जाने वाली देवी हैं। वे शक्ति के
साथ-साथ सृष्टि, स्थिति, और संहार की देवी हैं। दुर्गा जी का परिचय वेदों, पुराणों,
और तंत्रों में मिलता हैं। वे महिषासुरमर्दिनी, जगदंबा, जया, विजया, अजिता, धात्री,
सर्वमङ्गला, शैवी, त्रिनेत्री, शूलधारिणी, चण्डी, चंडमुण्डा, भद्रकाली, वैष्णवी,
महालक्ष्मी, सरस्वती, धनधान्यवर्धिनी, ब्रह्मचारिणी, ब्रह्मविद्या, चंद्रघंटा,
कूष्माण्डा, सिद्धिदात्री, स्कन्दमाता, कात्यायनी, विजयादशमी, सिद्धिदात्री,
दुर्गा, धानदायिनी, भवानी, भवमोचनी, आदि नामों से जानी जाती हैं। उनके रूप, स्वरूप,
और अवतार भिन्न-भिन्न धर्म ग्रंथों में वर्णित हैं।

Durga Chalisa in Hindi


DURGA CHALISA IN HINDI LYRICS

ॐ सर्वमंगलमांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते॥

॥ श्री दुर्गा चालीसा ॥

नमो नमो दुर्गे सुख करनी।
नमो नमो अंबे दुःख हरनी॥

निरंकार है ज्योति तुम्हारी।
तिहूं लोक फैली उजियारी॥

शशि ललाट मुख महाविशाला।
नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥

रूप मातु को अधिक सुहावे।
दरश करत जन अति सुख पावे॥

तुम संसार शक्ति लै कीना।
पालन हेतु अन्न धन दीना॥

अन्नपूर्णा हुई जग पाला।
तुम ही आदि सुन्दरी बाला॥

प्रलयकाल सब नाशन हारी।
तुम गौरी शिवशंकर प्यारी॥

शिव योगी तुम्हरे गुण गावें।
ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें॥

रूप सरस्वती को तुम धारा।
दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा॥

धरयो रूप नरसिंह को अम्बा।
परगट भई फाड़कर खम्बा॥

रक्षा करि प्रह्लाद बचायो।
हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो॥

लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं।
श्री नारायण अंग समाहीं॥

क्षीरसिन्धु में करत विलासा।
दयासिन्धु दीजै मन आसा॥

हिंगलाज में तुम्हीं भवानी।
महिमा अमित न जात बखानी॥

मातंगी अरु धूमावति माता।
भुवनेश्वरी बगला सुख दाता॥

श्री भैरव तारा जग तारिणी।
छिन्न भाल भव दुःख निवारिणी॥

केहरि वाहन सोह भवानी।
लांगुर वीर चलत अगवानी॥

कर में खप्पर खड्ग विराजै।
जाको देख काल डर भाजै॥

सोहै अस्त्र और त्रिशूला।
जाते उठत शत्रु हिय शूला॥

नगरकोट में तुम्हीं विराजत।
तिहुँलोक में डंका बाजत॥

शुम्भ निशुम्भ दानव तुम मारे।
रक्तन बीज शंखन संहारे॥

महिषासुर नृप अति अभिमानी।
जेहि अघ भार मही अकुलानी॥

रूप कराल कालिका धारा।
सेन सहित तुम तिहि संहारा॥

परी गाढ़ सन्तन पर जब जब।
भई सहाय मातु तुम तब तब॥

आभा पुरी अरु बासव लोका।
तब महिमा सब रहें अशोका॥

ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी।
तुम्हें सदा पूजें नर-नारी॥

प्रेम भक्ति से जो यश गावें।
दुःख दारिद्र निकट नहिं आवें॥



ध्यावे तुम्हें जो नर मन लाई।
जन्म-मरण ताकौ छुटि जाई॥

जोगी सुर मुनि कहत पुकारी।
योग न हो बिन शक्ति तुम्हारी॥

शंकर आचारज तप कीनो।
काम क्रोध जीति सब लीनो॥

निशिदिन ध्यान धरो शंकर को।
काहु काल नहिं सुमिरो तुमको॥

शक्ति रूप का मरम न पायो।
शक्ति गई तब मन पछितायो॥

शरणागत हुई कीर्ति बखानी।
जय जय जय जगदम्ब भवानी॥

भई प्रसन्न आदि जगदम्बा।
दई शक्ति नहिं कीन विलम्बा॥

मोको मातु कष्ट अति घेरो।
तुम बिन कौन हरै दुःख मेरो॥

आशा तृष्णा निपट सतावें।
रिपु मुरख मोही डरपावे॥

शत्रु नाश कीजै महारानी।
सुमिरौं इकचित तुम्हें भवानी॥

करो कृपा हे मातु दयाला।
ऋद्धि-सिद्धि दै करहु निहाला।



जब लगि जियऊं दया फल पाऊं।
तुम्हरो यश मैं सदा सुनाऊं॥

श्री दुर्गा चालीसा जो कोई गावै।
सब सुख भोग परमपद पावै॥

देवीदास शरण निज जानी।
करहु कृपा जगदम्ब भवानी॥

Click Here: To Know More



Durga Chalisa in Hindi


DURGA CHALISA IN HINDI की महत्ता

दुर्गा चालीसा हिंदी में एक प्राचीन प्रार्थना है, जिसकी गहरी धार्मिक और
आध्यात्मिक महत्ता है। यह 40 श्लोकों से मिलकर बना है, जिनमें मां दुर्गा के गुणों
को प्रशंसा किया गया है, जो भक्तों को बुराई और कठिनाइयों से बचाने में सक्षम हैं।
इसके पाठ का हिंदी भाषा में विशेष अर्थ है, जो इसे लाखों घरों और मंदिरों में अनमोल
बना देता है।


DURGA CHALISA IN HINDI के विभिन्न श्लोक

 1.  Durga Chalisa in Hindi: दिव्य मां का परिचय दुर्गा चालीसा के परिचय में, इसके
     उत्पत्ति, ऐतिहासिक संदर्भ, और हिन्दू संस्कृति में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका के
     बारे में जानकारी दी गई है। इसे रचने वाले प्राचीन ऋषियों के बारे में भी
     बताया गया है।
 2.  मां दुर्गा की महिमा: शक्ति का प्रतीकमां दुर्गा की महिमा और दिव्य स्वरुप की
     विविधता का अनुभव करें। देवी के विभिन्न नाम और स्वरूपों की विवरणा को समझें,
     जो शक्ति, साहस, और दया का प्रतीक है।
 3.  प्रार्थना की आवाज़: मां का आगमनप्रार्थना के श्लोक दिव्य मां के आगमन को
     स्थापित करते हैं, भक्तों को उनकी कृपा के लिए आमंत्रित करते हैं। इन श्लोकों
     में समर्पण और भक्ति की अनुभूति होती है।
 4.  मां दुर्गा का आकार: दिव्य सौंदर्यइस अनुभूत भाग में मां दुर्गा के दिव्य रूप
     का विवरण दिया गया है, जो उनकी दिव्यता और शानदार रूप की प्रतिभा दर्शाता है।
 5.  मां के शस्त्र: दिव्य सामर्थ्य के प्रतीकमां दुर्गा द्वारा धारण किए जाने वाले
     शक्तिशाली शस्त्रों के बारे में जानें, जो धर्म की रक्षा करने और दुष्ट
     शक्तियों का नाश करने की शक्ति रखते हैं।
 6.  उनकी प्रसिद्ध सवारी: दिव्य सिंह का सम्बन्धमां दुर्गा की प्रसिद्ध सवारी का
     महत्व समझें, जो साहस और शाही अधिकार का प्रतीक है।
 7.  मां के पतियों का मिलन: ब्रह्मा, विष्णु, और शिवमां दुर्गा के दिव्य संबंध का
     खोज करें जिनमें वे ब्रह्मा, विष्णु, और शिव के साथ विभाजित हैं, जो सृष्टि,
     स्थायित्व, और विनाश के चक्र का प्रतीक हैं।
 8.  चालीसा के पाठ के लाभ: अनंत आशीर्वादनियमित रूप से दुर्गा चालीसा का पाठ करने
     के आध्यात्मिक लाभ जैसे रक्षा, समृद्धि, साहस, मानसिक और आध्यात्मिक चिकित्सा,
     और भय से मुक्ति का अनुभव करें।
 9.  चुनौतियों का सामना: जीवन के अवसरों का सामनादुर्गा चालीसा का पाठ करने से
     जीवन के चुनौतियों का सामना करने में सहायता मिलती है, और भक्तों में साहस और
     दृढ़ता का भाव उत्पन्न होता है।
 10. सांस्कृतिक और त्योहारी महत्व: नवरात्रि का उत्सवदुर्गा चालीसा के सांस्कृतिक
     और त्योहारी महत्व को समझें, विशेष रूप से नवरात्रि में, जब भक्त भगवानी
     दुर्गा की विजय का उत्सव मनाते हैं।


दुर्गा चालीसा हिंदी में: एक दिव्यता की अनुभूति

दुर्गा चालीसा हिंदी में बस एक प्रार्थना नहीं है; यह दिव्य मां के प्रति गहरी
भक्ति और कृतज्ञता का अभिव्यक्ति है। इसके श्लोकों में भक्तों की आवाज़, भावना, और
श्रद्धा छिपी होती है, जो दिव्य मां के पास स्नेह से भर जाती है। दुर्गा चालीसा
हमारे होंठों से धीरे-धीरे बहते हैं, हमारी गहरी इच्छाएं, भय, और आकांक्षाएं लेकर,
दिव्य मां के प्रति समर्पण और सुरक्षा की तलाश में। दुर्गा चालीसा ने हमें उत्साह
दिया है कि हम केवल शब्दों का पाठ नहीं कर रहे हैं, बल्कि सचमुच दिव्य मां के साथ
संवाद कर रहे हैं।

जब हम श्लोकों में खो जाते हैं, तो वे हमारे दीर्घकालिक विचार, भय, और आशाएं लेकर,
हमें दिव्य मां के आंचल में सुरक्षा, आशीर्वाद, और उच्चतर मार्ग की प्राप्ति का
मार्ग प्रदर्शित करते हैं। दुर्गा चालीसा हिंदी में हमें साहस, सांत्वना, और भक्ति
की महत्वपूर्ण शिक्षाएं सिखाती है।


दुर्गा चालीसा के रचयिता:

दुर्गा चालीसा के रचयिता के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं हैं, किन्तु यह माना जाता
हैं कि यह चालीसा महान ऋषि वेदव्यास द्वारा रची गई हैं। दुर्गा चालीसा के श्लोकों
में भक्ति और भगवान के प्रति श्रद्धा का भाव प्रकट होता हैं। इसमें दुर्गा माता की
महिमा, शक्ति, और दया का वर्णन किया गया हैं जो भक्तों के दिलों में आनंद और भक्ति
का भाव भरते हैं।


DURGA CHALISA IN HINDI के उपास्य देवी-देवता:

दुर्गा चालीसा के पाठ करते समय भक्त भगवान शिव, गणेश, विष्णु, लक्ष्मी, सरस्वती, और
ब्रह्मा की आराधना करते हैं। इन देवी-देवताओं के आशीर्वाद से दुर्गा चालीसा के पाठ
का फल भक्त को प्राप्त होता हैं और उसे सभी कल्याणकारी फल प्राप्त होते हैं। भक्त
इन देवी-देवताओं के साथ भगवान मां दुर्गा की पूजा करते हैं और उन्हें सभी समस्त
संकटों से निजात प्राप्त होती हैं।


DURGA CHALISA IN HINDI के मंत्र संग्रह:

Durga Chalisa in Hindi के पाठ के साथ-साथ भक्त भगवान दुर्गा के विभिन्न मंत्रों का
भी जाप करते हैं। इन मंत्रों के जाप से भक्त को दुर्गा माता के कृपा का अनुभव होता
हैं और उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इन मंत्रों के जाप से भक्त का जीवन
सफलता और समृद्धि से भरा होता हैं और उसे सभी कष्टों से निजात मिलती हैं।


DURGA CHALISA IN HINDI महत्व

दुर्गा चालीसा, मां दुर्गा के गुणों, महिमा और कृपा का वर्णन करती है। इसका पाठ
करने से भक्त की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और उन्हें सुख-शांति प्राप्त होती है।


दुर्गा चालीसा के रहस्य और पूजन विधि:


1. दुर्गा चालीसा का महत्व:

Durga Chalisa in Hindi एक प्राचीन वेदमय आराधना है, जिसमें मां दुर्गा की स्तुति
और उनकी महिमा का वर्णन किया गया है। इस चालीसा को पढ़ने से भक्त के मन में शुभता
और धैर्य का भाव उत्पन्न होता है, जो उसके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाता है।


2. DURGA CHALISA IN HINDI के रहस्य:

दुर्गा चालीसा के पाठ का महत्वपूर्ण रहस्य है उसके मंत्रों और शब्दों में छिपा हुआ।
हर एक मंत्र और शब्द मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों और गुणों को दर्शाता है और
भक्त को उनसे संबंधित समस्याओं के निदान के लिए शक्ति प्रदान करता है।


3. DURGA CHALISA IN HINDI के उपयोग और फायदे:

Durga Chalisa in Hindi के पाठ से भक्त को विभिन्न प्रकार के लाभ मिलते हैं, जैसे
कि सुख-शांति, समृद्धि, और शक्ति का अनुभव। यह चालीसा मन को शुद्ध करने में मदद
करती है और उच्चतम भगवान् के प्रति भक्ति भाव को उत्पन्न करती है।


4. दुर्गा चालीसा के पाठ की विधि:

Durga Chalisa in Hindi को प्रतिदिन पढ़ने से भक्त को अधिक से अधिक लाभ मिलते हैं।
इसे पढ़ने के लिए सबसे पहले भक्त को ध्यान से मन को शुद्ध करके मां दुर्गा को
समर्पित करना चाहिए। इसके बाद, एक शांत मन से चालीसा को एकाग्रता से पढ़ा जाना
चाहिए।


5. दुर्गा चालीसा के बारे में रोचक तथ्य:

दुर्गा चालीसा को रचने वाले कृपालु जी के विचार और रचनात्मकता के बारे में कुछ रोचक
तथ्य हैं। उनके माध्यम से हम इसे एक नए दृष्टिकोण से देख सकते हैं और इसका अध्ययन
करने में आनंद ले सकते हैं।


6. दुर्गा चालीसा के विभिन्न संस्करण:

दुर्गा चालीसा के विभिन्न संस्करण भी उपलब्ध हैं, जिनमें भक्त अपनी भाषा में इस
चालीसा का पठन कर सकते हैं। इनमें से कुछ प्रसिद्ध संस्करण हैं – बंगाली, गुजराती,
तेलगु, और मराठी।


7. दुर्गा चालीसा और मां दुर्गा के अन्य पूजा विधि:

दुर्गा चालीसा के साथ ही भक्तों को मां दुर्गा के अन्य पूजा विधि भी जाननी चाहिए।
यह पूजा विधि भक्त को मां दुर्गा के साथ और अधिक संबंधित करती है और उन्हें उसकी
कृपा प्राप्त करने में सहायता करती है।


8. दुर्गा चालीसा के शुभ फल:

दुर्गा चालीसा के पाठ से भक्त को विभिन्न शुभ फल प्राप्त होते हैं। यह चालीसा भक्त
के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाती है और उसे शक्तिशाली बनाती है।


9. दुर्गा चालीसा के अनुष्ठान का महत्व:

दुर्गा चालीसा के अनुष्ठान से भक्त को आत्मिक शांति मिलती है और उसका मन प्रसन्न
होता है। इस अनुष्ठान के द्वारा भक्त अपने जीवन में खुशहाली और समृद्धि को आत्मसात
कर सकते हैं।


10. दुर्गा चालीसा का महत्त्वपूर्ण संदेश:

दुर्गा चालीसा के माध्यम से हमें मां दुर्गा का वास्तविक स्वरूप समझने का संदेश
मिलता है। यह हमें अपने जीवन को सकारात्मकता से भरने के लिए प्रेरित करती है और
हमें अधिक समर्थ बनाती है।


धार्मिक मान्यताओं के अनुसार:

दुर्गा चालीसा को पूजन करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और भक्त के सभी
अभियांत्रिक कष्टों को नष्ट करती हैं। इसे पढ़ने से भक्त के मन में शांति और आनंद
का भाव उत्पन्न होता हैं और उसके जीवन में सफलता की प्राप्ति होती हैं।


दुर्गा जी के अवतार:

मां दुर्गा के अवतार कई भाष्यकारों के अनुसार विभिन्न प्रकार से वर्णित होते हैं।
उनके प्रमुख अवतारों में महिषासुरमर्दिनी, भवानी, जगदंबा, चण्डिका, कात्यायनी,
वैष्णवी, काली, अम्बिका, भद्रकाली, ब्रह्मचारिणी, चंडमुण्डा, अन्नपूर्णा,
ज्वालामुखी, कूष्माण्डा, सिद्धिदात्री, सर्वमङ्गला, धानधान्यवर्धिनी, धात्री,
स्कन्दमाता, वृद्धिसिद्धिदात्री, ब्रह्मविद्या, शैवी, महालक्ष्मी, चंद्रघंटा,
अजिता, सरस्वती, आदि हैं। इन अवतारों के माध्यम से मां दुर्गा भक्तों की समस्त
मनोकामनाएं पूरी करती हैं और उन्हें सभी कष्टों से निजात दिलाती हैं।


दुर्गा जी के पाँच प्रमुख रूप:

दुर्गा जी के पाँच प्रमुख रूप हैं – शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा,
कूष्माण्डा, और स्कन्दमाता। नवरात्रि के पाँचवें दिन भक्त इन रूपों की पूजा करते
हैं और उन्हें विशेष मन्त्रों के साथ भोग और आरती चढ़ाते हैं। इन रूपों के माध्यम
से मां दुर्गा भक्तों के सभी कष्टों को दूर करती हैं और उन्हें समस्त मांगल्य और
समृद्धि की प्राप्ति होती हैं।


मां दुर्गा के नौ रूपों का वर्णन:

मां दुर्गा के नौ रूप वेदों, पुराणों, और तंत्रों में विभिन्न रूपों में वर्णित
हैं। उनके प्रमुख रूप हैं – महाकाली, तारा, शोधसी, भुवनेश्वरी, चिंतामणि, कामाख्या,
भैरवी, दुर्गा, और वाराही। इन नौ रूपों के माध्यम से मां दुर्गा भक्तों के सभी
कष्टों को दूर करती हैं और उन्हें सभी कल्याणकारी फल प्रदान करती हैं।


DOWNLOAD DURGA CHALISA IN HINDI MP3/PDF

By clicking below you can Free Download  Durga Chalisa in Hindi PDF format or
also can Print it.


दुर्गा चालीसा कैसे पढ़ा जाता है?

दुर्गा चालीसा को पढ़ने के लिए निम्नलिखित विधि का पालन करें:
पहले धूप, दीप, फूल और पुष्पांजलि के साथ मां दुर्गा की पूजा करें।
फिर ध्यान करके मन को शुद्ध करें और मां दुर्गा के चरणों में भक्ति भाव से बैठें।
दुर्गा चालीसा को ध्यान से एकाग्रता से पढ़ें। इसे श्रद्धा भाव से करने से मां
दुर्गा की कृपा मिलती है।


दुर्गा चालीसा कौन लिखता है?

दुर्गा चालीसा का रचयिता श्री रामचरितमानस के महाकवि तुलसीदास जी हैं। उन्होंने
दुर्गा चालीसा के श्लोकों को संस्कृत भाषा में लिखा था।


दुर्गा चालीसा का पाठ करने से क्या होता है?

दुर्गा चालीसा का पाठ करने से निम्नलिखित लाभ होते हैं:
मां दुर्गा के आशीर्वाद से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
भक्त को सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
भक्ति भाव से पाठ करने से मां दुर्गा की कृपा मिलती है और उनके दया भक्त पर बरसती
है।


मां दुर्गा का सबसे शक्तिशाली मंत्र कौन सा है?

मां दुर्गा का सबसे शक्तिशाली मंत्र “ॐ दुं दुर्गायै नमः” है। इस मंत्र का जाप करने
से भक्त को सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और उन्हें सफलता की प्राप्ति होती है।

> Durga Kavach in Hindi PDF Free Download

> Maa Durga Mantra की शक्ति को जानें


LEAVE A REPLY CANCEL REPLY

Comment
Enter your name or username to comment
Enter your email address to comment
Enter your website URL (optional)

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.



Search
Search


RECENT POSTS

 * 
   माँ लक्ष्मी मंत्र | Laxmi Mantra in Hindi With PDF | Lakshmi Mantra PDF
 * 
   Hanuman Chalisa PDF In Tamil | தமிழில் ஹனுமான் சாலிசா | Hanuman Chalisa Tamil
   PDF
 * 
   Mahaveer Bhagwan Arti: महावीर स्वामी की आरती
 * 
   Chamunda Chalisa Lyrics in Hindi : चामुण्डा देवी की चालीसा
 * 
   Shiv Chalisa PDF | श्री शिव चालीसा Download in Hindi 
 * 
   श्री हनुमान चालीसा मराठी – Hanuman Chalisa PDF in Marathi
 * 
   Shri Kuber Chalisa | श्री कुबेर चालीसा | Kuber Chalisa
 * 
   श्री सूर्य चालीसा: Surya Chalisa in Hindi | Surya Chalisa PDF Download
 * 
   Hanuman Chalisa in Telugu PDF-తెలుగులో హనుమాన్ చాలీసా
 * 
   Hanuman Chalisa in Bengali | হনুমান চালিসা বাংলায়


RECENT COMMENTS

No comments to show.

Durga Stotra के चमत्कारिक लाभों का खुलासा
Durga Ji Ke 108 Naam Hindi Mein
Durga Ashtothram in Hindi


Durga Kavach in Hindi PDF
 * Durga Stuti 11 Adhyay in Hindi
 * Durga Puja Paddhati in Bengali
 * How To Read Durga Saptashati In 9 Days

 * दुर्गा जी के 108 नाम हिंदी में
 * Maa Durga Mantra की शक्ति
 * Durga Ashtothram in Hindi
 * Durga Stotra in Marathi
 * Download Your FREE Durga Aarti PDF Now!

 * Durga Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi 
 * Durga Kavach in Hindi PDF
 * Durga Chalisa in Bengali
 * Durga Chalisa Benefits
 * Hanuman Chalisa in Bengali

 * Durga Chalisa Lyrics in Hindi
 * Durga Stotra के चमत्कारिक लाभ
 * Durga Chalisa in Gujarati
 * 32 Names of Durga
 * Surya Chalisa in Hindi

 * About Us
 * Contact Us
 * Disclaimer
 * Terms And Conditions
 * Privacy Policy

© 2023 Durga Chalisa In Hindi. All rights reserved. | Made with ❤️ by Garju
Technologies