bhaktisangam.blogspot.com Open in urlscan Pro
2a00:1450:4001:806::2001  Public Scan

URL: https://bhaktisangam.blogspot.com/2021/09/108-108-names-of-lord-shanidev-in-hindi.html
Submission: On October 15 via manual from IN — Scanned from DE

Form analysis 2 forms found in the DOM

https://bhaktisangam.blogspot.com/search

<form action="https://bhaktisangam.blogspot.com/search" class="search-form" role="search">
  <input autocomplete="off" class="search-input" name="q" placeholder="Search this blog" type="search" value="">
  <span class="hide-search"></span>
</form>

Name: contact-form

<form name="contact-form">
  <input ariby="Name" class="contact-form-name" id="ContactForm1_contact-form-name" name="name" placeholder="Name" size="30" type="text" value="">
  <input ariby="Email *" class="contact-form-email" id="ContactForm1_contact-form-email" name="email" placeholder="Email *" size="30" type="text" value="">
  <textarea ariby="Message *" class="contact-form-email-message" cols="25" id="ContactForm1_contact-form-email-message" name="email-message" placeholder="Message *" rows="5"></textarea>
  <input class="contact-form-button btn contact-form-button-submit" id="ContactForm1_contact-form-submit" type="button" value="Send">
  <p class="contact-form-error-message" id="ContactForm1_contact-form-error-message"></p>
  <p class="contact-form-success-message" id="ContactForm1_contact-form-success-message"></p>
</form>

Text Content

 * Home
 * Aarti
 * Stories
 * Chalisa
 * Bhajan
 * Slokes
 * All Post

 * Home
 * Aarti
 * Stories
 * Chalisa
 * Bhajan
 * Slokes
 * All Post





AD CODE





TICKER


श्रीरुद्राष्टकं ( तुलसीदास )


श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा

Festival


HAR GHAR TIRANGA

Bhakti Sagar


BHAKTI SAGAR


एकादशी माता की आरती


HARIYALI TEEJ IMPORTANCE, CELEBRATION, PUJA VIDHI


वैशाख अमावस्या क्या है? (WHAT IS VAISHAKH AMAVASYA IN HINDI)


अरदास मैं करा


माँ लक्ष्मी के 108 नामावली


POWERFUL MANTRAS - मंत्रो की शक्ति


श्रीरुद्राष्टकं ( तुलसीदास )


श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा

Festival


HAR GHAR TIRANGA

Bhakti Sagar


BHAKTI SAGAR




Home108शनि देव के 108 नाम ( 108 Names of lord Shanidev in Hindi )


शनि देव के 108 नाम ( 108 NAMES OF LORD SHANIDEV IN HINDI )

webmaster Thursday, September 30, 2021


शनि देव के 108 नाम ( 108 NAMES OF LORD SHANIDEV IN HINDI )

शनि देव के 108 नाम ( 108 Names of lord Shanidev in Hindi )

http://educratsweb.com/users/images/3806-contents.jpg



शनि देव के 108 नाम ( 108 NAMES OF LORD SHANIDEV IN HINDI )

 1.   शनैश्चर- धीरे- धीरे चलने वाला
 2.   शान्त- शांत रहने वाला
 3.   सर्वाभीष्टप्रदायिन्- सभी इच्छाओं को पूरा करने वाला
 4.   शरण्य- रक्षा करने वाला
 5.   वरेण्य- सबसे उत्कृष्ट
 6.   सर्वेश- सारे जगत के देवता
 7.   सौम्य- नरम स्वभाव वाले
 8.   सुरवन्द्य- सबसे पूजनीय
 9.   सुरलोकविहारिण् - सुरह्स की दुनिया में भटकने वाले
 10.  सुखासनोपविष्ट - घात लगा के बैठने वाले
 11.  सुन्दर- बहुत ही सुंदर
 12.  घन – बहुत मजबूत
 13.  घनरूप - कठोर रूप वाले
 14.  घनाभरणधारिण् - लोहे के आभूषण पहनने वाले
 15.  घनसारविलेप - कपूर के साथ अभिषेक करने वाले
 16.  खद्योत – आकाश की रोशनी
 17.  मन्द – धीमी गति वाले
 18.  मन्दचेष्ट – धीरे से घूमने वाले
 19.  महनीयगुणात्मन् - शानदार गुणों वाला
 20.  मर्त्यपावनपद – जिनके चरण पूजनीय हो
 21.  महेश – देवो के देव
 22.  छायापुत्र – छाया का बेटा
 23.  शर्व – पीड़ा देना वेला
 24.  शततूणीरधारिण् - सौ तीरों को धारण करने वाले
 25.  चरस्थिरस्वभाव - बराबर या व्यवस्थित रूप से चलने वाले
 26.  अचञ्चल – कभी ना हिलने वाले
 27.  नीलवर्ण – नीले रंग वाले
 28.  नित्य - अनन्त एक काल तक रहने वाले
 29.  नीलाञ्जननिभ – नीला रोगन में दिखने वाले
 30.  नीलाम्बरविभूशण – नीले परिधान में सजने वाले
 31.  निश्चल – अटल रहने वाले
 32.  वेद्य – सब कुछ जानने वाले
 33.  विधिरूप - पवित्र उपदेशों देने वाले
 34.  विरोधाधारभूमी - जमीन की बाधाओं का समर्थन करने वाला
 35.  भेदास्पदस्वभाव - प्रकृति का पृथक्करण करने वाला
 36.  वज्रदेह – वज्र के शरीर वाला
 37.  वैराग्यद – वैराग्य के दाता
 38.  वीर – अधिक शक्तिशाली
 39.  वीतरोगभय – डर और रोगों से मुक्त रहने वाले
 40.  विपत्परम्परेश - दुर्भाग्य के देवता
 41.  विश्ववन्द्य – सबके द्वारा पूजे जाने वाले
 42.  गृध्नवाह – गिद्ध की सवारी करने वाले
 43.  गूढ – छुपा हुआ
 44.  कूर्माङ्ग – कछुए जैसे शरीर वाले
 45.  कुरूपिण् - असाधारण रूप वाले
 46.  कुत्सित - तुच्छ रूप वाले
 47.  गुणाढ्य – भरपूर गुणों वाला
 48.  गोचर - हर क्षेत्र पर नजर रखने वाले
 49.  अविद्यामूलनाश – अनदेखा करने वालो का नाश करने वाला
 50.  विद्याविद्यास्वरूपिण् - ज्ञान करने वाला और अनदेखा करने वाला
 51.  आयुष्यकारण – लम्बा जीवन देने वाला
 52.  आपदुद्धर्त्र - दुर्भाग्य को दूर करने वाले
 53.  विष्णुभक्त – विष्णु के भक्त
 54.  वशिन् - स्व-नियंत्रित करने वाले
 55.  विविधागमवेदिन् - कई शास्त्रों का ज्ञान रखने वाले
 56.  विधिस्तुत्य – पवित्र मन से पूजा जाने वाला
 57.  वन्द्य – पूजनीय
 58.  विरूपाक्ष – कई नेत्रों वाला
 59.  वरिष्ठ - उत्कृष्ट
 60.  गरिष्ठ - आदरणीय देव
 61.  वज्राङ्कुशधर – वज्र-अंकुश रखने वाले
 62.  वरदाभयहस्त – भय को दूर भगाने वाले
 63.  वामन – (बौना ) छोटे कद वाला
 64.  ज्येष्ठापत्नीसमेत - जिसकी पत्नी ज्येष्ठ हो
 65.  श्रेष्ठ – सबसे उच्च
 66.  मितभाषिण् - कम बोलने वाले
 67.  कष्टौघनाशकर्त्र – कष्टों को दूर करने वाले
 68.  पुष्टिद - सौभाग्य के दाता
 69.  स्तुत्य – स्तुति करने योग्य
 70.  स्तोत्रगम्य - स्तुति के भजन के माध्यम से लाभ देने वाले
 71.  भक्तिवश्य - भक्ति द्वारा वश में आने वाला
 72.  भानु - तेजस्वी
 73.  भानुपुत्र – भानु के पुत्र
 74.  भव्य – आकर्षक
 75.  पावन – पवित्र
 76.  धनुर्मण्डलसंस्था - धनुमंडल में रहने वाले
 77.  धनदा - धन के दाता
 78.  धनुष्मत् - विशेष आकार वाले
 79.  तनुप्रकाशदेह – तन को प्रकाश देने वाले
 80.  तामस – ताम गुण वाले
 81.  अशेषजनवन्द्य – सभी सजीव द्वारा पूजनीय
 82.  विशेषफलदायिन् - विशेष फल देने वाले
 83.  वशीकृतजनेश – सभी मनुष्यों के देवता
 84.  पशूनां पति - जानवरों के देवता
 85.  खेचर – आसमान में घूमने वाले
 86.  घननीलाम्बर – गाढ़ा नीला वस्त्र पहनने वाले
 87.  काठिन्यमानस – निष्ठुर स्वभाव वाले
 88.  आर्यगणस्तुत्य – आर्य द्वारा पूजे जाने वाले
 89.  नीलच्छत्र – नीली छतरी वाले
 90.  नित्य – लगातार
 91.  निर्गुण – बिना गुण वाले
 92.  गुणात्मन् - गुणों से युक्त
 93.  निन्द्य – निंदा करने वाले
 94.  वन्दनीय – वन्दना करने योग्य
 95.  धीर - दृढ़निश्चयी
 96.  दिव्यदेह – दिव्य शरीर वाले
 97.  दीनार्तिहरण – संकट दूर करने वाले
 98.  दैन्यनाशकराय – दुख का नाश करने वाला
 99.  आर्यजनगण्य – आर्य के लोग
 100. क्रूर – कठोर स्वभाव वाले
 101. क्रूरचेष्ट – कठोरता से दंड देने वाले
 102. कामक्रोधकर – काम और क्रोध का दाता
 103. कलत्रपुत्रशत्रुत्वकारण - पत्नी और बेटे की दुश्मनी
 104. परिपोषितभक्त – भक्तों द्वारा पोषित
 105. परभीतिहर – डर को दूर करने वाले
 106. भक्तसंघमनोऽभीष्टफलद – भक्तों के मन की इच्छा पूरी करने वाले
 107. निरामय – रोग से दूर रहने वाला
 108. शनि - शांत रहने वाला





You may also like:
वैशाख अमावस्या क्या है? (WHAT IS VAISHAKH AMAVASYA IN HINDI)
वैशाख अमावस्या क्या है? (WHAT IS VAISHAKH AMAVASYA IN HINDI)
वैशाख अमावस्या क्या है? (What is Vaishakh Amavasya in Hindi) वैशाख अमावस्या
वैशाख मास की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है
सोलह सोमवार व्रत कथा | 16 Somvar Vrat Katha & Pooja Vidhi
सोलह सोमवार व्रत कथा | 16 Somvar Vrat Katha & Pooja Vidhi
सोलह सोमवार व्रत कथा | 16 Somvar Vrat Katha & Pooja Vidhi सोलह सोमवार व्रत कथा |
16 Somvar Vrat Katha & Pooja Vidhi सोलह
आस्था का केन्द्र, प्राचीन महावीर मन्दिर
आस्था का केन्द्र, प्राचीन महावीर मन्दिर
महावीर मन्दिर, पटना, बिहार, भारत में स्थित भगवान श्री हनुमान जी को समर्पित सबसे
पवित्र हिंदू मन्दिरों में से एक है। यह द
हरतालिका तीज व्रत कथा | Hartalika Teej Vrat Katha PDF in Hindi
हरतालिका तीज व्रत कथा | Hartalika Teej Vrat Katha PDF in Hindi
हरतालिका तीज व्रत कथा | Hartalika Teej Vrat Katha PDF in Hindi हरतालिका तीज व्रत
कथा | Hartalika Teej Vrat Katha PDF in
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा     माँ विन्ध्येश्वरी रूप भी माता का एक भक्त वत्सल रूप
है और कहा जाता है कि यदि कोई भी
Guru Purnima गुरू पूर्णिमा
Guru Purnima गुरू पूर्णिमा
Guru Purnima गुरू पूर्णिमा गुरू पूर्णिमा उन सभी आध्यात्मिक और अकादमिक गुरूजनों
को समर्पित परम्परा है जिन्होंने कर्म योग
रुद्राक्ष के महत्व, लाभ और धारण विधि
रुद्राक्ष के महत्व, लाभ और धारण विधि
रुद्राक्ष के महत्व, लाभ और धारण विधि 🔸🔸🔹🔸🔸🔹🔹🔸🔸🔹🔹🔹   एक मुखी
रुद्राक्ष   〰️〰️〰️〰️〰️ इसके मुख्य ग्रह सूर्य ह
HARIYALI TEEJ IMPORTANCE, CELEBRATION, PUJA VIDHI
HARIYALI TEEJ IMPORTANCE, CELEBRATION, PUJA VIDHI
Hariyali Teej Importance, Celebration, Puja Vidhi   10 अगस्त  06:11pm से शुरू
होकर  11 अगस्त 04:56 तक को हरियाली तीज व
⚡ by shareaholic
.
ads by shareaholic

108 Bhakti Bhakti Sagar Hindi lord Names Shanidev नाम शनि देव
Reactions

 * 
 * 
 * 
 * 
 * 
 * 

 * Newer
   
   Mahakali ki Aarti -श्री महाकाली आरती

 * Older
   
   शिवमहिम्न स्तोत्र


POSTED BY WEBMASTER


YOU MAY LIKE THESE POSTS


 * शनि देव के 108 नाम ( 108 NAMES OF LORD SHANIDEV IN HINDI )
   
   September 30, 2021


POST A COMMENT


0 COMMENTS





MOST POPULAR


CHHATH GEET BY SHARDA SINHA

Saturday, October 02, 2021


CHHATH GEET

Saturday, October 02, 2021


स्तोत्र

Sunday, October 03, 2021


महाशक्ति के 51 शक्ति पीठ

Saturday, October 02, 2021


SHRI CHITRAGUPTAJI MAHARAJ

Saturday, July 13, 2013


KARVA CHAUTH : IMAGES, GIF, ANIMATED GIF, WALLPAPER, STICKER FOR WHATSAPP &
FACEBOOK

Monday, December 21, 2020


OM JAI LAXMI MATA, MAIYA JAILAXMI MATA, TUMKO NIS DIN SEVAT, HARI, VISHNU DATA,
OM JAI LAXMI MATA (LAXMI AARTI)

Sunday, July 14, 2013


JYOTIRLINGAS

Sunday, July 28, 2013


BHAKTI SAGAR

Friday, April 29, 2022


HAPPY KRISHNA JANMASHTAMI

Tuesday, August 27, 2013

You might enjoy reading:
कायस्थ | Shri Chitragupta Ji Maharaj

302 Found

ORIGINAL PHOTOS OF SAI-N BABA FROM SHIRDI





Bhakti Sangam - Bhajans Slokas Devotional Stories etc






FOOTER MENU WIDGET

 * Home

Crafted with by Blogging | Distributed by Gooyaabi



CONTACT FORM




Diese Website verwendet Cookies von Google, um Dienste anzubieten und Zugriffe
zu analysieren. Deine IP-Adresse und dein User-Agent werden zusammen mit
Messwerten zur Leistung und Sicherheit für Google freigegeben. So können
Nutzungsstatistiken generiert, Missbrauchsfälle erkannt und behoben und die
Qualität des Dienstes gewährleistet werden.Weitere InformationenOk


×
AddThis Sharing
PinterestFacebookEmailCopy Link
AddThis Sharing
 * Facebook
 * Twitter
 * Print
 * Email
 * Pinterest


Show
AddThis What's Next
Recommended for you
Karva Chauth : IMAGES, GIF, ANIMATED GIF, WALLPAPER, STICKE...
bhaktisangam.blogspot.com

AddThis
Hide